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Wednesday, October 30, 2013

ना जाओ तुम मुझे तनहा कर

ना जाओ तुम मुझे तनहा  कर
ग़म के तूफ़ान में मौजों का सहारा छोड़ कर
ये जो शोला सा भड़काया मुझमे तेरे इश्क़ का
अब कहते हो तू ही  जल मुझे तनहा छोड़ कर

रूह परवाज़ को तकती है तेरे आने के लिए

एक सिहरन पे काँप उठता है दिल मेरा
शौक़े दीदार में नम होती हैं आँखें मेरी
मेरा दर्द मेरा जूनून और तेरा सुकून
रूह परवाज़ को तकती है तेरे आने के लिए 

तू जो मिल जाये तो चाँद सितारों में रहूँ

तेरी आँखों में रहूँ तेरी सांसों में रहूँ 
रौशनी बनके तेरे घर के चराग़ों में रहूँ 

छू के क़दमों को हर खुशी गुज़रे 
काश इसी तरह ये ज़िन्दगी गुज़रे 
मैं तेरे साथ तेरे दिन तेरी रातों में रहूँ 

मैंने चाहा है तुझे बस तुझे चाहूंगा 
मैं ना चाहत से से कभी बाज़ आउंगा 
तू जो मिल जाये तो चाँद सितारों में रहूँ 

Tuesday, October 29, 2013

याद कर के तुझे जीता है कोई

याद कर के तुझे जीता है कोई 
सांसों में महसूस करता है कोई 
मौत तो आनी है आएगी ही एक दीन 
दूर रहके तुझसे हर पल मरता है कोई 

AADAT

मैं ये कहता हूँ आजा लगता कुछ भी ठीक नहीं 
वो कहती हैं नहीं हो पायेगा तबियत ठीक नहीं 
कीया ही क्यों था आग़ाज़े मोहब्बत उस दिन 
अब ये कहती हैं नहीं तेरी आदत ठीक नहीं 

चले आओ तुम्हे तन्हाइयाँ आवाज़ देती हैं

वो सुनी सुनी सी अंगनाइयां  आवाज़ देती हैं 
चले आओ तुम्हे तन्हाइयाँ आवाज़ देती हैं 

ये किसकी याद में हैं भीगी भीगी आप की पलकें 
किसे ये बे सदा शहनाइयाँ आवाज़ देती हैं 

मुझे समझा नहीं कोई मैं इस दम प्यासा हूँ 
समन्दर की जिसे गहराइयाँ आवाज़ देती हैं 

तुमको मेरी तरह चाहता कौन है

दर्द बनके जिगर में छुपा कौन है
मुझमे रह रह के ये चीख़ता कौन है

एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना
देखना है मुझे अब टूटता कौन है

तू मुझे भूल जाए ये मुमकिन नहीं
तुमको मेरी तरह चाहता कौन है

जब तुझे दिल में अपने बसा ही लिया
होंगे बदनाम हम सोचता कौन है 

मोहब्बत की सदाएँ

मेरे दिल तक मोहब्बत की सदाएँ  आने लगती हैं
दरीचे खोलता हूँ तो हवाएँ आने लगती हैं
मैं बंदा हूँ  हया वाला अचानक अचानक चौंक उठता हूँ
किसी की आहटें जब दाएं बाएं आने लगती हैं 

Pukaro Shahe Jeelan Ko Pukaro





پوکارو شاهه جیلان کو پوکارو  
بدل جایگی قسمت بسهارون
یی دته هین اسمان کا صدقه 
علی کا فاطمه زهرا کا صدقه 
فقیرن جهولیان اپنی سوارو 
یه زره کوچی بغداد ک هین 
کرو سجده یها پ تاجدارو 
تومهاری ریت هی دنکی ده دو 
مری نییه بهی پار اتارو 
نبی  کا صدقه ده دو غوثی ازم 
علی که صدقه مه بیگدی بنا دو   

Madine ki Zameen

Allah Allah madina jo qarib aata hai,
khud ba khud sar bae-tasleem jhuka jata hai,,
main kahun rauzae pur nur raha kitni dur,
sath wale kahen ab aata hai ab aata hai,,

Qabu me nahi dil mera betab jabeen hai,
Hoshe dile-nadan ye madeene ki zameen hai,,
Rukte hain qadam aake yahan ahle nazar ke,
Is kuche ke aage na zaman hai na zameen hai,,

Main Sajda karun ya dil ko sambhalun,
Mohammad SAW ki chaukhat nazar aa rahi hai,,

ज़िन्दगी की शाम

मेरी तरफ़ से उन्हे ये  पयाम हो जाए
तड़प रहा हूँ उन्हें मेरा सलाम हो जाए
हसीन लब तेरी आँखें संगमरमर सा बदन
तेरे ही इंतज़ार मे ज़िन्दगी की शाम हो जाए
बस इसी तरह मेरी दुनिया तमाम हो जाए 

CHAAHAT

मुझे तुमसे प्यार है बेवफाई से डर लगता है 
हाँ मुझे बस तेरी जुदाई से डर लगता है 
मिटा दूंगा खुद को तेरी चाहत तेरी ख्वाहिश में 
पर तुझे तो बस रुस्वाई से डर लगता है 

YAAD

तेरी यादों में है बसेरा मेरा 
तेरी पलकों में है सवेरा मेरा 
तेरे दीदार को तकती हैं ये आँखें मेरी 
शबे फुरक़त है अब तो रुबरु आजा 
कर दे गुलज़ार तेरी ज़ुल्फ़ों से बसेरा मेरा

मेरी ज़िन्दगी का सवाल है

मुझे दीद अपना करा दीया,
तूने जलवा अपना दिखा  दिया 
मेरी आशिक़ी का ये जूनून है,
तेरे पहलु में मुझको सुकून है 
तेरी एक निगाह की तो बात है 
मेरी ज़िन्दगी का सवाल है 

कहीं ऐसे ही मर न जाए ये दीवाना तेरा

ये तेरे लब तेरे रुखसार और मुस्कुराना तेरा 
तेरी चाहत में बन गया हूँ अब दीवाना तेरा 
हो सके तो क़रीब आ छुले मेरी धड़कन को 
कहीं ऐसे ही मर न जाए ये दीवाना तेरा 

Monday, October 28, 2013

कैसे इक़रार करूँ कैसे मैं इंकार करूँ

आ तुझे प्यार करूँ प्यार करूँ प्यार करूँ
सामने तुझको बिठा के तेरा दीदार करूँ

क्या मेरे दिल के हैं जज़बात तुम्हे क्या मालूम
आज कल के मेरे हालात तुम्हे क्या मालूम
कैसे कटती है मेरी रत तुम्हे क्या मालूम
तू समझ जाये  तो तन्हाई में इज़हार करूँ

कैसर लैला की वो अनमोल कहानी तुम हो
जिस पे आए न ज़वाल ऐसी जवानी तुम हो
हो गुलाबों की महक रात की रानी तुम हो
दिल के गुलशन को तेरे प्यार से आबाद करूँ

तेरी  पाज़ेब की झंकार से डर लगता है
आज क्यों मुझको तेरे प्यार से डर लगता है
हो  ना रुस्वाई के संसार से डर लगता है
कैसे इक़रार करूँ कैसे मैं इंकार करूँ

आ तुझे प्यार करूँ प्यार करूँ प्यार करूँ
सामने तुझको बिठा के तेरा दीदार करूँ

गुज़रती है मेरी रात करवट बदल बदल के

पल पल सुलग रहा है अब तो बदन मेरा
अंगारे  इश्क़ ने ने झुलसा दिया चमन मेरा
हैरान हैं मुझे देख हर एक फ़र्द अगल बगल के
गुज़रती है मेरी रात करवट बदल बदल  के 

दिल्लगी

मेरी दिल्लगी और तेरा ये बावरा  मन
तुझे सोचा तुझे चाहा मेरा दीवानापन
कोई पागल कहे तो कोई मजनू कहे
और तू कहे वाह तेरा आवारापन  

ये तेरे लब तेरे रोख्सार और मुस्कुराना तेरा

ये तेरे लब तेरे रोख्सार और  मुस्कुराना तेरा
तेरी चाहत में बन गया  हूँ  अब दीवाना तेरा
हो सके तो क़रीब आ छुले मेरी धड़कन को
कहीं  ऐसे ही ना मर जाए अब  ये दीवाना तेरा 

तकदीर

जिधर देखूं तेरी तस्वीर नज़र आती है
तेरी सूरत में मेरी तकदीर नज़र आती है
जिन्दा हूँ  मैं तेरे लिए ये जिंदगी अब तेरी है
मेरी  खुशियों की अब जागीर नज़र आती है 

TAQDEER

जिधर देखूं तेरी तस्वीर  नज़र आती है 
तेरी सूरत में मेरी तक़दीर नज़र आती है 
ज़िन्दा हूँ मैं तेरे लिये ये ज़िन्दगी अब तेरी है 
मेरी खुशियों की तू अब जागीर नज़र आती है 

दिल्लगी

कभी हुस्न कभी इश्क  माजरा क्या है 
प्यार हो गया जब तो सोचता क्या है 
लगी है आग दिल में तपिश महसूस तो होगी 
कर दे इजहारे मोहब्बत अब सोचता क्या है