एक सिहरन पे काँप उठता है दिल मेरा
शौक़े दीदार में नम होती हैं आँखें मेरी
मेरा दर्द मेरा जूनून और तेरा सुकून
रूह परवाज़ को तकती है तेरे आने के लिए
शौक़े दीदार में नम होती हैं आँखें मेरी
मेरा दर्द मेरा जूनून और तेरा सुकून
रूह परवाज़ को तकती है तेरे आने के लिए
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