Total Pageviews

Wednesday, October 30, 2013

तू जो मिल जाये तो चाँद सितारों में रहूँ

तेरी आँखों में रहूँ तेरी सांसों में रहूँ 
रौशनी बनके तेरे घर के चराग़ों में रहूँ 

छू के क़दमों को हर खुशी गुज़रे 
काश इसी तरह ये ज़िन्दगी गुज़रे 
मैं तेरे साथ तेरे दिन तेरी रातों में रहूँ 

मैंने चाहा है तुझे बस तुझे चाहूंगा 
मैं ना चाहत से से कभी बाज़ आउंगा 
तू जो मिल जाये तो चाँद सितारों में रहूँ 

No comments:

Post a Comment