पल पल सुलग रहा है अब तो बदन मेरा
अंगारे इश्क़ ने ने झुलसा दिया चमन मेरा
हैरान हैं मुझे देख हर एक फ़र्द अगल बगल के
गुज़रती है मेरी रात करवट बदल बदल के
अंगारे इश्क़ ने ने झुलसा दिया चमन मेरा
हैरान हैं मुझे देख हर एक फ़र्द अगल बगल के
गुज़रती है मेरी रात करवट बदल बदल के
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